उत्तराखंड

एक्शन- 23 क्विंटल से अधिक नकली पनीर जब्त, सहारनपुर से देहरादून तक फैले मिलावटी खाद्य पदार्थों के कारोबार पर शिकंजा

देहरादून : चारधाम यात्रा के मद्देनज़र मिलावटी खाद्य पदार्थों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जारी निर्देशों के क्रम में देहरादून में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग और पुलिस द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई। जिला अधिकारी कार्यालय देहरादून को सूचना प्राप्त हुई कि थाना रायपुर क्षेत्र में पुलिस द्वारा संदिग्ध खाद्य पदार्थ पनीर को पकड़ा गया है। अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजवर सिंह जग्गी द्वारा सचल खाद्य विश्लेषणशाला (Mobile Food Testing Lab) को तत्काल मौके पर भेजा गया।

प्राथमिक परीक्षण में उक्त पनीर में एस.एम.पी (स्किम्ड मिल्क पाउडर) और फॉर्मलीन जैसे हानिकारक रसायनों की उपस्थिति पाई गई, जो कि जनस्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह द्वारा क्वालिटी डेयरी, तपोवन चौक का पनीर जब्त किया गया। थाना रायपुर की सूचना पर क्वालिटी डेयरी के गोदाम से लगभग 7 क्विंटल पनीर बरामद किया गया, जिसे अनहाइजीनिक तरीके से संग्रहित किया जा रहा था। सचल जांच रिपोर्ट में फॉर्मलीन की पुष्टि एवं पनीर की दुर्गंध और गुणवत्ता के क्षय को देखते हुए मौके पर ही उसे नष्ट कर दिया गया।

गुप्त सूचना के आधार पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन व थाना रायपुर पुलिस द्वारा अपर ईश्वर विहार स्थित एक दुकान पर छापेमारी की गई। मौके पर 1 पिक-अप वैन से लगभग 120 किलो पनीर उतरता हुआ मिला तथा गोदाम से लगभग 6 क्विंटल पनीर बरामद किया गया। खाद्य विभाग की टीम द्वारा जांच में पनीर को नकली व मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त घोषित किया गया। सूचना के आधार पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन व देहरादून पुलिस द्वारा सहारनपुर प्रशासन से संपर्क किया गया। मंडलायुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग, सहायक आयुक्त, उपजिलाधिकारी बेहट, खाद्य सुरक्षा अधिकारी व टीम ने संयुक्त रूप से फैक्ट्री पर छापा मारा, जहां से 16 क्विंटल नकली पनीर, रसायन व उपकरण बरामद किए गए। फैक्ट्री को तत्काल सील कर नकली पनीर को नष्ट किया गया।

डॉ. आर. राजेश कुमार, आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखण्ड ने कहा कि यह कार्रवाई राज्य के खाद्य तंत्र को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। नकली पनीर जैसे ज़हरीले उत्पादों पर कड़ी निगरानी और कठोर दंड सुनिश्चित किया जाएगा। जनता से भी अपील की कि संदिग्ध खाद्य पदार्थों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।  ताजवर सिंह जग्गी, अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखण्ड ने कहा कि जनस्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ यह कार्रवाई एक उदाहरण है। चारधाम यात्रा के दौरान खाद्य गुणवत्ता सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।मिलावटखोरों के ख़िलाफ़ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।

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